स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं के पास सुपरपावर हैं
टचस्क्रीन समाचार

सेल प्रेस द्वारा दिसंबर 2014 में "करंट बायोलॉजी" पत्रिका में प्रकाशित "टचस्क्रीन फोन उपयोगकर्ताओं में फिंगरटिप्स से उपयोग-निर्भर कॉर्टिकल प्रोसेसिंग" नामक एक अध्ययन से पता चला है कि जो लोग टचस्क्रीन के माध्यम से अपने स्मार्टफोन के साथ बातचीत करने में बहुत समय बिताते हैं, वे अंगूठे और मस्तिष्क के बीच एक साथ काम करने का एक अलग तरीका विकसित करते हैं।

लगातार टचस्क्रीन इंटरैक्शन मस्तिष्क गतिविधि को बढ़ावा देता है

जितनी अधिक बार ये लोग अपनी उंगलियों और अंगूठे का उपयोग करके टचस्क्रीन के संपर्क में आते हैं, इस समय के दौरान मस्तिष्क की गतिविधि उतनी ही अधिक होती है।

Touchscreen Interaktion
अध्ययन निम्नलिखित बिंदुओं को स्पष्ट करता है:
  • स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं के मस्तिष्क में एक विस्तारित अंगूठे संवेदी प्रतिनिधित्व होता है।
  • मस्तिष्क गतिविधि पिछले 10 दिनों के संचित प्रयास के समानुपाती है।
  • गहन उपयोग का एक एपिसोड अस्थायी रूप से संवेदी प्रतिनिधित्व पर "मुद्रित" है।
  • मस्तिष्क में संवेदी प्रसंस्करण लाभ के आधार पर टचस्क्रीन के उपयोग के अनुकूल होता है।

यदि आप अध्ययन के बारे में अधिक जानकारी जानना चाहते हैं, तो आप इसे हमारे संदर्भ के यूआरएल पर पा सकते हैं।